जोर्ज ग्रियसन का हिंदी साहित्य इतिहास
जोर्ज ग्रियसन का हिंदी साहित्य इतिहास
जार्ज ग्रियसन ने इंग्लिश में " THE MODERN VERNACULAR LITERATURE OF INDIA " के नाम से एक ग्रन्थ निकाला यह वस्तुत : एशियाटिक सोसिटी ऑफ़ बंगाल पत्रिका के एक विशेषांक के रूप में था,
ग्रियसन ने इतिहास द्रष्टि का प्रयोग कर और शिव सिंह सरोज के सहारे इसकी रचना की , हिंदी साहित्य की इसमें अच्छी दिशा द्रष्टि देखने को मिलती है |
विशेषताए :
जार्ज ग्रियसन ने इंग्लिश में " THE MODERN VERNACULAR LITERATURE OF INDIA " के नाम से एक ग्रन्थ निकाला यह वस्तुत : एशियाटिक सोसिटी ऑफ़ बंगाल पत्रिका के एक विशेषांक के रूप में था,
ग्रियसन ने इतिहास द्रष्टि का प्रयोग कर और शिव सिंह सरोज के सहारे इसकी रचना की , हिंदी साहित्य की इसमें अच्छी दिशा द्रष्टि देखने को मिलती है |
विशेषताए :
- इतिहास लेखन और इतिहास द्रष्टि को रखने वाला यह पहला ग्रन्थ है | एक तरह से वयावास्तिथ रूप से लिखा गया यह पहला ग्रन्थ है |
- यह ग्रन्थ काल क्रम के अनुसार वर्गीकरण करके लिखा गया है |
- सबसे बड़ी विशेषता इसकी यह है की इसमें काल विशेष की परवर्तियो को स्पस्ट किया गया है |
- इस ग्रन्थ में १५२ कवियों की जीवनी की रचनाओ और काव्य सम्बन्धी परिचय को प्रस्तुत किया गया है |
- संस्कृत , प्राकृत , उर्दू आदि से अलफ केवल हिंदी कवि लिए गए है | चरण काव्य , धार्मिक काव्य , प्रेम काव्य दरबारी काव्य , के रूप में इस रचना में वर्णन किये गए है, हिंदी साहित्य के परवर्ती इतिहास्स्कारो ने इससे बहुत कुछ प्रेरणा ली है |
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