अन्य हिंदी साहित्य के इतिहास ग्रन्थ

डॉ. राम कुमार वर्मा ने हिंदी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास लिखा शुक्ल जी के बाद यही अधिक महत्व का और बड़ा इतिहास ग्रन्थ है |

विशेषताएं :

  • इसमें चरण काल , धार्मिक काल, तक का वर्णन है बीच में संधि काल का भी नाम आता है, 
  • इस इतिहास में काव्य धाराओं के नामो में परिवर्तन किया गया है, संत काव्य , प्रेम काव्य , इन्ही ने नाम दिए है 
  • इन्होने हिंदी साहित्य के आरंभ को ६९३ ई से माना है, तथा स्वम्भू को पहला कवि माना है |
इस इतिहास के पश्चात अन्य कई इतिहास  पदमलाल पुन्ना लाल , गणेश प्रशाद दिवेदी, गुलाबराय आदि के इतिहास भी प्रकाश में आये..

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